Don’t wait for the Right Job. Just get it.

जॉब प्राप्‍त करने के हमेंशा से दो तरीके रहे हैं –

  1. डिक्‍लेरड् वैकेन्‍सीज् का इन्‍तजार करना।
  2. अनडिक्‍लेरड् जॉब्‍स् को प्राप्‍त कर लेना।

सामान्‍यतया 99% लोग पहले तरीके को अपनाते हैं। वे अखबार, रोजगार समाचार पत्र-पत्रिकाओं आदि में कम्‍पनियों की जॉब वैकेन्‍सीज् के विज्ञापन का इन्‍तजार करते हैं। कुछ ज्‍यादा समझदार लोग इंटरनेट का सहारा लेते हैं और Nokari.com, Monster.com आदि जॉब साईटस् पर रजिस्‍टर करते हैं तथा विभिन्‍न प्रकार की वैकेन्‍सीज् की जानकारी अपने ईमेल एडरस पर प्राप्‍त करके अपनी पसन्‍द के जॉब के लिये एप्‍लाई करते हैं।

जबकि दूसरे तरीके को केवल 1% लोग अपनाते हैं और ये लोग ज्‍यादा अच्‍छी जॉब प्राप्‍त करते हैं क्‍योंकि ये लोग स्‍वयं तय करते हैं कि उन्‍हें किस तरह का जॉब चाहिए और वो जॉब उन्‍हें कैसे मिल सकता है?

जो लोग पहला तरीका अपनाते हैं वे लोग कम्‍पनियों में होने वाली वैकेन्‍सीज् का इंतजार करते हैं और जैसे ही कम्‍पनियों द्वारा वैकेन्‍सी डिक्‍लेर की जाती है यानी कम्‍पनियों द्वारा वैकेन्‍सी का विज्ञापन किया जाता है, ये लोग उस जॉब के लिये एप्‍लाई करते हैं और कॉल आने पर अपने Bio-Data / Resume के साथ कम्‍पनी में इन्‍टरव्‍यू के लिये जाते हैं। सामान्‍यतया इस तरीके में जॉब मिलने की सम्‍भावना बहुत कम होती है क्‍योंकि इस तरीके में जॉब पाने के लिये आने वाले लोग बहुत ज्‍यादा होते हैं, इसलिये उनके बीच कम्‍पटीशन भी बहुत ज्‍यादा होता है।

दूसरा तरीका अपनाने वाले लोग बहुत ही कम होते हैं, क्‍योंकि ये लोग कम्‍पनियों द्वारा डिक्‍लेर की जाने वाली वैकेन्‍सीज् का इन्‍तजार नहीं करते, बल्कि ये लोग कम्‍पनियों में अपने लिये बेस्‍ट जॉब स्‍वयं तलाश कर लेते हैं। यानी ये लोग स्‍वयं कुछ कम्‍पनियां तय करते हैं, विभिन्‍न तरीकों से उस कम्‍पनी के बारे में  जरूरी जानकारियां प्राप्‍त करते हैं और ये पता लगाते हैं कि किसी कम्‍पनी में वे कहां फिट हो सकते हैं। फिर इन जानकारियों के आधार पर अपना वांछित जॉब पाने के लिये ऐसा एप्‍लीकेशन तैयार करते हैं जो ये बताता है कि वे किस तरह से कम्‍पनी की किसी अमुक जॉब के लिये बेस्‍ट एम्‍पलॉयी साबित हो सकते हैं और बिना किसी कॉल के सीधे ही कम्‍पनी में अपने एप्‍लीकेशन व Bio-Data / Resume के साथ पहुंच जाते हैं, जहां अक्‍सर पहली ही मीटिंग में उनको जॉब मिल जाता है क्‍योंकि इस तरीके में कम्‍पटीशन बहुत कम होता है।

आप सोंच सकते हैं कि बिना किसी वैकेन्‍सी के कोई कम्‍पनी किसी को पहली ही मीटिंग में जॉब कैसे दे सकती है? तो शायद आप गलत सोंच रहे हैं। क्‍योंकि सामान्‍यतया बडी कम्‍पनियां वैकेन्‍सी का डिक्‍लेरेशन तब करती हैं, जब उन्‍हें बहुत सारे एम्‍पलॉयीज् की जरूरत होती है, जबकि किसी भी कम्‍पनी में किसी अमुक पद के लिये 1 – 2 वैकेन्‍सी तो हमेंशा रहती ही है और 1 – 2 वैकेन्‍सी के लिये कम्‍पनियां किसी तरह का विज्ञापन नहीं करती।

इस स्थिति में यदि आप कुछ कम्‍पनियों की रिसर्च करें और पता लगाने की कोशिश करें कि किसी कम्‍पनी में किस पद के लिये जगह खाली है और आप उस पद के लिये किस तरह से उपयुक्‍त हैं, तो आप बडी ही आसानी से उस जॉब के लिये एप्‍लाई कर सकते हैं और इस स्थिति में आपको जॉब मिलने की सम्‍भावना सबसे ज्‍यादा रहती है क्‍योंकि उस जॉब के लिये आपका किसी के साथ कोई कम्‍पटीशन नहीं होता क्‍योंकि लोग उस वैकेन्‍ट जॉब के बारे में जानते ही नहीं हैं।

ये दूसरा तरीका तब काफी उपयोगी होता है जब आप अपने लोकल एरिया में जॉब सर्च कर रहे होते हैं। लेकिन यदि आप किसी दूसरे शहर में स्थित कम्‍पनियों की अनडिक्‍लेरड् जॉब्‍स् के लिये इस तरीके को अपनाना चाहें, तो आपके लिये ये तरीका काफी महंगा और असुविधाजनक साबित हो सकता है। इस स्थिति में Internet व आपकी Personal Website आपके लिये काफी उपयोगी साबित हो सकती है। कैसे?

सामान्‍यतया लोग समझते हैं कि इंटरनेट व वेबसाईटस् केवल लोगों के व्‍यापार, प्रतिष्‍ठान, प्रोडक्‍ट व सर्विसेज का ऑनलाईन विज्ञापन करने के लिये ही उपयोगी है। लोग इस बात को समझ ही नहीं पाते कि इंटरनेट व वेबसाईटस् दुनियां का एक ऐसा विज्ञापन माध्‍यम है, जिसका प्रयोग किसी भी तरह का विज्ञापन करने के लिये किया जा सकता है। फिर भले ही वह विज्ञापन किसी कम्‍पनी के प्रोडक्‍टस या सर्विसेज का हो अथवा स्‍वयं आपका। हां। इंटरनेट द्वारा यदि एक प्रोडक्‍ट का विज्ञापन हो सकता है, तो आप इंटरनेट का प्रयोग अपने स्‍वयं का विज्ञापन करने के लिये क्‍यों नहीं कर सकते?

इंटरनेट व परसनल वेबसाईट जॉब की तलाश कर रहे किसी बेरोजगार अथवा अच्‍छे जॉब की तलाश कर रहे किसी एम्‍पलॉयी के लिये भी उतना ही उपयोगी है जितना किसी प्रोडक्‍ट के विज्ञापन के लिये और आपको अपना स्‍वयं का विज्ञापन करने के लिये चाहिए सिर्फ एक Personal Website

Benefits of Personal Website

आपकी Personal Website आपके लिये काफी उपयोगी साबित हो सकती है और कई तरीकों से आपको जॉब पाने में मदद कर सकती है। जैसे :-

  • सामान्‍यतया लोग जब जॉब प्राप्‍त करने के लिये किसी कम्‍पनी में इंटरव्‍यू के लिये जाते हैं, तो वे अपना Bio-Data / Resume ले जाते हैं और उनके Bio-Data / Resume में कई बार तो उनका ईमेल एडरस भी Specified नहीं होता जो कि इन्‍टरव्‍यू लेने वालों को इस बात का संकेत देता है कि आप इंटरनेट के युग में भी काफी पीछे हैं। जबकि यदि आपके Bio-Data / Resume में आपकी Personal Website का एडरस हो, जिस पर आपकी विभिन्‍न प्रकार की वे जानकारियां हों, जिन्‍हें आप अपने Bio-Data / Resume में Specify करते हैं, तो कम्‍पनियां आपको ज्‍यादा महत्‍व दे सकती हैं क्‍योंकि इस स्थिति में वे कभी भी आपके वर्तमान अपडेटेड Bio-Data / Resume को ऑनलाईन देख सकती हैं और आपको आपकी वेबसाईट की मदद से कभी भी कॉन्‍टेक्‍ट कर सकती हैं।
  • यदि आपकी अपनी Personal Website हो, तो आप अपने Bio-Data / Resume को समय-समय पर विभिन्‍न तरीकों से अपडेट कर सकते हैं, अपने नए अनुभवों व कामों के बारे में जानकारी अपडेट कर सकते हैं और अपनी इस वेबसाईट को विभिन्‍न प्रकार के सोसियल नेटवर्कस् जैसे कि ऑरकुट, फेसबुक, टवीटर आदि पर भेजकर अपने लिये ज्‍यादा बेहतर जॉब की घर बैठे तलाश कर सकते हैं।
  • Personal Website जॉब प्राप्‍त करने का एक 2-Way माध्‍यम है। यानी जिस तरह से आपको एक अच्‍छे जॉब की तलाश है, उसी तरह से विभिन्‍न कम्‍पनियों को अच्‍छे एम्‍पलॉयीज् की तलाश रहती है। इसलिये विभिन्‍न कम्‍पनियां विभिन्‍न प्रकार के सोसियल नेटवर्कस् जैसे कि ऑरकुट, फेसबुक, टवीटर आदि पर ऐसे लोगों के प्रोफाईल्‍स् को चैक करती रहती हैं, जो उनकी कम्‍पनी के लिये उपयोगी साबित हो सकें। इस स्थिति में यदि आप इन सोसियल नेटवर्कस् पर रजिस्‍टर होते हैं और उन लोगों के साथ अपना नेटवर्क बढाते हैं, जिनसे संबंधित कम्‍पनियों में आप जॉब प्राप्‍त करना चाहते हैं और आप अपनी प्रो‍फाईल में अपनी वेबसाईट को स्‍पेसीफाई करते हैं तो ये लोग आपको जॉब दिलवाने में आपकी काफी मदद कर सकते हैं क्‍योंकि आपकी Personal Website द्वारा ये लोग आपको कभी भी कॉन्‍टेक्‍ट कर सकते हैं।
  • आपकी Personal Website को Google, Yahoo, Bing, MSN जैसे सर्च इंजिन्‍स विभिन्‍न कीवर्डस् के लिये अपने सर्च रिजल्‍टस् में दिखाते हैं, जहां से कम्‍पनियां आपकी प्रोफाईल तक पहुंच सकती हैं और आपके बारे में जानकारी लेकर उस स्थिति में आपको कॉन्‍टेक्‍ट कर सकती हैं, जब उन्‍हें आप उनकी कम्‍पनी के लिये उपयोगी लगते हैं। यानी आपकी Personal Website आपके लिये एक ऐसा रास्‍ता बनाती है, जहां केवल आप जॉब्‍स नहीं खोजते बल्कि वे लोग आपको खोज सकते हैं, जिन्‍हे आपके जैसे एम्‍पलॉयी की जरूरत है। यानी आपकी Personal Website आपके लिये जॉब प्राप्‍त करने का एक 2-Way माध्‍यम बन जाती है।

How to capture Undeclared Jobs

सवाल ये है कि आप किस तरह से कम्‍पनियों की उन जॉब्‍स् को प्राप्‍त कर सकते हैं, जिनकी वैकेन्‍सी का विज्ञापन ही नहीं किया गया है। यानी आपको किस तरह से पता चल सकता है कि किसी कम्‍पनी में कोई जॉब है या नहीं?

किसी कम्‍पनी में कोई जॉब है या नहीं इस बात का पता लगाने का तो एक ही तरीका है कि आप जिस कम्‍पनी में जॉब प्राप्‍त करना चाहते हैं, उस कम्‍पनी में विभिन्‍न डिपार्टमेन्‍टस् में पहले से काम कर रहे लोगों से इन्‍क्‍वाईरी करें। लेकिन ये तरीका थोडा अ‍सुविधाजनक है। क्‍योंकि इस तरीके में ये जरूरी है कि आपकी वांछित जॉब वाली कम्‍पनी में आपकी जान-पहचान के कुछ लोग हों जो आपको इस तरह की जानकारी दे सकें, जो कि सभी लोगों के लिये सम्‍भव नहीं है। तो इस स्थिति में आप दूसरे गेट से एन्‍टर कर सकते हैं। यानी आप दूसरा तरीका अपना सकते हैं।

चूंकि सामान्‍य तरीके से आप ये तो नहीं जान सकते कि किसी कम्‍पनी में किसी जॉब की वैकेन्‍सी है अथवा नहीं लेकिन आप ये मान सकते हैं कि लगभग ज्‍यादातर कम्‍पनियों में 1 – 2 अनडिक्‍लेरड् वैकेन्‍सीज् होती हैं और थोडी सी समझदारी से इन्‍टरनेट का उपयोग करके बडी ही आसानी से आप इन दूसरे प्रकार केअनडिक्‍लेरड वैकेन्‍सीज् के जॉब्‍स् प्राप्‍त किये जा सकते हैं। कैसे?

सामान्‍यतया लगभग सभी बडी कम्‍पनियों की अपनी वेबसाईट होती हैं, जहां उनके कॉन्‍टेक्‍ट की जानकारियां होती हैं। ये जानकारियां सामान्‍यतया कम्‍पनियां अपने ग्राहकों के लिये उपलब्‍ध करवाती हैं ताकि उनके ग्राहक उन्‍हें कॉन्‍टेक्‍ट कर सकें। इस कॉन्‍टेक्‍ट इंफोर्मेशन में सामान्‍यतया फोन नंम्‍बर, कम्‍पनी का पता, ईमेल एडरस व कॉन्‍टेक्‍ट फॉर्म होता है।

  • सबसे पहले आप उन कम्‍पनियों का चयन कीजिये, जिनमें आप जॉब करना पसन्‍द करेंगे और उन कम्‍पनियों की लिस्‍ट बनाईये।
  • फिर इन कम्‍पनियों की इंटरनेट के माध्‍यम से इन्‍क्‍वाईरी कीजिए। यानी उनकी वेबसाईट को ध्‍यान से देखिए और समझने की कोशिश कीजिये कि कम्‍पनी क्‍या काम करती है और कैसे करती है।
  • कम्‍पनी के बारे में अन्‍य वेबसाईटस् व सोसियल नेटवर्कस् द्वारा ज्‍यादा से ज्‍यादा जानकारी प्राप्‍त करने की कोशिश कीजिये।
  • कम्‍पनी के बारे में विभिन्‍न प्रकार की जानकारी प्राप्‍त करने के बाद इस बात का निर्णय लेने की कोशिश कीजिये कि कम्‍पनी के काम व काम करने के तरीके में आप अपने आप को कहां और किस तरह के काम के लिये अनुकूल व सहज महसूस करते हैं और कम्‍पनी के किस डिपार्टमेन्‍ट में किस तरह का काम करके आप अपना 100 प्रतिशन आउटपुट दे सकते हैं और आपके काम से कम्‍पनी को किस तरह से ज्‍यादा से ज्‍यादा फायदा हो सकता है। ये जानकारी आपको जॉब के लिये अपना एप्‍लीकेशन तैयार करने में मदद करेगी।
  • अब आप अपनी चयनित कम्‍पनियों के ईमेल एडरस को नोट कीजिये। कई कम्‍पनियां अपना ईमेल एडरस देने के बजाय अपनी वेबसाईट पर ही एक कॉन्‍टेक्‍ट फार्म देती हैं। आप जॉब के लिये एप्‍लाई करने के लिये इस कॉन्‍टेक्‍ट फार्म का भी प्रयोग कर सकते हैं, लेकिन जहां तक हो सके, कम्‍पनी के ईमेल एडरस का पता लगाने की कोशिश करनी चाहिये व इमेल एडरस को ही प्राथमिकता देनी चाहिए।

अब जिस जॉब के लिये आप अप्‍लाई करना चाहते हैं, उस जॉब को ध्‍यान में रखते हुए एक एप्‍लीकेशन तैयार कीजिये और कम्‍पनी को ये बताने की कोशिश कीजिये कि आप किस तरह से उस जॉब के लिये बेस्‍ट तरीके से काम कर सकते हैं और कम्‍पनी को ज्‍यादा से ज्‍यादा फायदा पहुंचा सकते हैं, जिसके लिये आप अप्‍लाई कर रहे हैं। यहां कम्‍पनी को उसकी कुछ गलतियां या कमियां बताईये और ये बताने की कोशिश कीजिये कि आप किस तरह से उस गलती या कमी का समाधान करने में उपयोगी साबित हो सकते हैं और कम्‍पनी को किस तरह से इस समाधान का डाईरेक्‍ट या इनडाईरेक्‍ट तरीके से फायदा हो सकता है। साथ ही आप ये भी बताने की कोशिश कीजिये कि आप उस कम्‍पनी में काम करने के लिये कितने उत्‍साहित हैं और आप उस कम्‍पनी के बारे में कितना ज्‍यादा जानते हैं।

विषय से न भटकें व कम से कम शब्‍दों मे ज्‍यादा से ज्‍यादा बात कहने की कोशिश करें क्‍योंकि बडी कम्‍पनियों के लोगों के पास इतना समय नहीं होता कि वे एक लम्‍बे-चौडे ईमेल को पढें। आपको पहले दो पैराग्राफ यानी 100 से 150 शब्‍दों में ईमेल पढने वाले को इम्‍प्रेस करना होता है।

यदि कम्‍पनी आपके एप्‍लीकेशन से संतुष्‍ट हो गई तो वह आपके बारे में जानना चा‍हेगी। इस स्थिति में ईमेल की बिल्‍कुल शुरूआत व अन्‍त में अपनी Personal Website का एडरस Specify कर दें, ताकि कम्‍पनी आपकी Personal Website से आपकी प्रोफाईल यानी आपके Bio-Data/Resume को चैक कर सके व आपकी वेबसाईट में स्‍पेसिफाईड कॉन्‍टेक्‍ट इंफोरमेशन द्वारा आपको कॉन्‍टेक्‍ट कर सके।

ध्‍यान रखें, कभी भी कम्‍पनी को डायरेक्‍ट फोन के माध्‍यम से वैकेन्‍ट जॉब के लिये न पूछे क्‍योंकि आपको न ही सुनने को मिलेगा। न ही कभी अपने इमेल में अपने कॉन्‍टेक्‍ट नंम्‍बर स्‍पेसिफाई करें। क्‍योंकि कोई भी कम्‍पनी आपको तब तक डायरेक्‍ट कॉल नहीं करेगी, जब तक कि वह पूरी तरह से आपके बारे में न जानती हो और कोई भी कम्‍पनी पूरी तरह से आपके बारे में केवल आपकी Personal Website द्वारा ही जान सकती है।

एक बात विशेष रूप से ध्‍यान रखें कि आप अपनी Personal Website के साथ TDL (Top Level Domain जैसे .com, .info, .net) का ही प्रयोग करें क्‍योंकि सब-डोमेन व फ्री होस्‍ट पर होस्‍टेड वेबसाईटस् को कोई भी ज्‍यादा महत्‍व नहीं देता।

थोडा ध्‍यान से देखें तो ये जॉब पाने का पहला वाला तरीका ही है जहां आप किसी जॉब के लिये पहले एप्‍लाई करते हैं फिर इंटरव्‍यू के लिय कॉल आने पर अपने Bio-Data/Resume के साथ कम्‍पनी में इन्‍टरव्‍यू के लिये पहुंचते हैं। अन्‍तर केवल इतना है कि यहां आप अनडिक्‍लेरड् वैकेन्‍सी की जॉब के लिये अप्‍लाई कर रहे हैं, आपका एप्‍लीकेशन भी ऑनलाईन जाता है तथा कम्‍पनी आपका Bio-Data/Resume भी ऑनलाईन ही देखती है तथा आपका सैलेक्‍शन होने के बाद कम्‍पनी आपको सीधे ही फाईनल इन्‍टरव्‍यू के लिये बुलाती है।

यानी जॉब तलाश करने के लिये आपको अपना घर छोडने की जरूरत नहीं। आप अपने घर पर रहते हुए भी बेस्‍ट जॉब की तलाश कर सकते हैं।

जरूरी नहीं है कि एक दो कम्‍पनीज में एप्‍लाई करते ही आपको जॉब मिल जाए। आपको कई कम्‍पनियों में एप्‍लाई करना होगा और कुछ समय तक इंतजार करना होगा क्‍योंकि आपको किसी जॉब के लिये कॉल किया जाये अथवा नहीं, इस बात का निर्णय लेने में कम्‍पनियों को समय लग सकता है। साथ ही एक से दो हफ्तों के इंतजार के बाद भी यदि किसी कम्‍पनी से कोई रेसपोन्‍स प्राप्‍त न हो, तो उसी कम्‍पनी में फिर से ट्राई करना चाहिए क्‍योंकि अक्‍सर पहली काशिश में आप अपनी योग्‍यताओं को पूरी तरह से कम्‍पनी को नहीं बता पाते जो कि दूसरे या तीसरे प्रयास में आप ज्‍यादा बेहतर तरीके से कर पाते हैं।

तो यदि आप बेरोजगार हैं अथवा किसी नए व अच्‍छे जॉब की तलाश में हैं, तो इस बार इस तरीके को अपनाकर देखिये। निश्चित रूप से आपको फायदा ही होगा क्‍योंकि आज तक हमने जिस किसी के लिये भी इस तरीके को उपयोग में लिया है, उसे उसका मनचाहा जॉब जरूर मिला है।

क्‍या आपने कभी भी इस दूसरे तरीके को Use किया है? अपने अनुभव हमारे साथ Share कीजिए। आपके अनुभव हमारे अन्‍य Users के लिए भी उपयोगी साबित हो सकते हैं। कृपया कमेंट कीजिए।

Brand Your Identity through Your Website.
.NET and ASP.NET both are very different than each other.

Comments

  1. Ye artical mujhe bahut achhi lagi.
    Per mujhe aapke help ki jarurat hai. Main ne commerce se graduation kiya hai .sath me web designing kar raha hun. main kis tarah se eligible hun. Aage kya kar sakta hun .plzz meri career ke liye meri madad karein.

    • Commerce में Graduate हो और Web Designing सीख रहे हो, इसका मतलब है कि Computer Field में Interested हो। इसलिए बेहतर यही होगा कि PGDCA करो और किसी Company में JOB Search करो साथ ही साथ MSc. IT (Information Technology) या MSc. CS (Computer Science) करो, क्‍योंकि किसी भी ढंग की कम्‍पनी में बिना MSc. Degree के JOB नहीं मिलता।

      अगर आपके पास Degree होगी, तो आप किसी भी कम्‍पनी में Interview तक पहुंच जाऐंगे और यदि आपके पास Practical Knowledge होगा, तो आपको JOB मिल जाएगी क्‍योंकि Degree आपको Interview तक ही पहुंचाती है, JOB तो आपको आपकी ABILITY से ही मिलता है।

  2. Hi sir
    Sir web designer aur web devlopere me kya fark hai?
    Aur muze web page development agar sikhna ho to basics ke liye kya padhna jaruri hai?

  3. vikash yadav says

    ji ha mai iss article se puri tarah sehmat hu.thank u.

  4. GAURAV THAKRE says

    sir muze kuch computer graphics ke bare me jaanna tha ki what is computer graphics and many more

  5. bharat puri says

    Sir aap ki ye information mujhe job ke liye bahut had tak madat karegi kya me apni Personal Website ko wordpress me bana sakta hu kya kyo ki me abhi wordpress bhi sikha raha hu ….wordpress ke bare me mujhe sujest kijiye And thank you for this information

    • Hello Bharat Puri
      WordPress के बारे में मेरा Opinion ये है कि हालांकि WordPress दुनियां का Number One Blogging Platform है, जिसे अब हम CMS के रूप में भी Use कर सकते हैं। लेकिन WordPress की Slow Performance WordPress की सबसे बडी कमी है।

      लगभग सभी तरह के काम करने के लिए WordPress में कोई न कोई Plugin पहले से Available है, लेकिन यदि Performance के नजरिये से देखा जाए, तो जहां तक हो सके वहां तक किसी भी WordPress Site में कम से कम Plugins को Use करना चाहिए।

      जहां तक WebSite बनाने का सवाल है, तो हम किसी भी Framework या CMS का प्रयोग करके अपनी WebSite Create कर सकते हैं। WordPress को Use करना चाहिए या नहीं, ये तथ्‍य तो इस बात पर निर्भर करेगा, कि Website कितनी बडी है, किस तरह की है, उसमें Contents क्‍या और कैसे हैं, Website Dynamic है या Website के ज्‍यादातर Pages Static हैं, आदि।

      क्‍यों‍कि यदि Website के ज्‍यादातर Contents Dynamic हैं, तो WordPress की तुलना में MVC Pattern पर आधारित किसी Framework को Use करना ज्‍यादा बेहतर रहता है। क्‍योंकि इस प्रकार की Websites को भविष्‍य में Manage करना आसान होता है।

      हालांकि WordPress में Website Createकरना काफी आसान है, लेकिन जब अलग तरह की जरूरत पूरी करने की बात आती है, तब Core PHP का अच्‍छा ज्ञान होना जरूरी होता है। साथ ही हालांकि WordPress में शुरूआत में वेबसाईट बडी ही आसानी से व जल्‍दी बन जाती है, लेकिन बात में जब हमें Special Types की जरूरतों को पूरा करने की जरूरत महसूस होती है, तब काफी मुश्किलों का सामना करना पडता है।

      इसलिए यदि WordPress में Website बनानी हो तब भी Core PHP का अच्‍छा ज्ञान होना जरूरी है, ताकि भविश्‍य में Special Requirements को आसानी से पूरा किया जा सके। साथ ही WordPress Framework को भी Deeply समझना जरूरी है।

      जहां तक Companies में JOB के लिए WordPress का सवाल है, तो ज्‍यादातर Companies में Symfony, CodeIgniter, OpenCart, Magento आदि जैसे FrameWork का ज्ञान रखने वाले लोगों को ज्‍यादा आसानी से Job मिल जाता है, क्‍योंकि WordPress को सामान्‍यत: छोटी WebSites Create करने के लिए सामान्‍य व्‍यक्ति Personally Use करते हैं। कम्‍पनियां WordPress में WebSites Create नहीं करतीं।

      उम्‍मीद है, ये जानकारी आपके लिए उपयोगी रही होगी।

      • Thank you sir aapke is answare ke liye or mujhe gide karne ke liye ab me core php pe hi jyada dhyan dunga or saath me koi 1 cms bhi jarur karunga …. thankyou once again or i hope aage bhi aap mujhe sujest karte rahenge…………Thanks..

  6. siddharth anand says

    ji ha mai iss article se puri tarah sehmat hu.thank u.
    par mujhe kuch doubt hai. maine intermediate ka exam 2007 me 50% ke sath pass kiya hai aur mere intermediate aur b.tech(computer science) ke bich 2 saal ka gap hai. kya iss result ke basic pe koi private company hai jiske liye mai eligible hu. aur agar nahi to mujhe aagey kya karna chahiye. plzz tell me. mai bahut depressed hu apne career ko lekar.please help me.

    • Hi siddharth anand
      जहां तक मैं जानता हूं, वर्तमान समय में लगभग सभी Companies अपने सभी Employees की Minimum Qualification MCA चाहती हैं। यानी किसी भी ढंग की कम्‍पनी में यदि आप जॉब प्राप्‍त करना चाहते हैं, तो किसी भी कम्‍पनी की पहली Requirement MCA होती है। उसके बाद सभी कम्‍पनियां आपकी Programming Ability देखती हैं।

      यानी यदि आप MCA हैं और आपकी .NET, Java, या PHP जैसी किसी Language में अच्‍छी पकड है, तो आपको किसी भी कम्‍पनी में जॉब मिलने की अच्‍छी संभावना रहती है। लेकिन यदि आपके पास केवल MCA की Degree है, लेकिन किसी भी Programming Language पर आपकी अच्‍छी पकड नहीं है, तो हो सकता है कि आपको MCA Base पर जॉब मिल जाए लेकिन उस जॉब की कोई Security नहीं होगी, क्‍योंकि कोई भी कम्‍पनी अपने किसी भी Employee को मुफत की Salary Pay करना पसन्‍द नहीं करेगी।

      लेकिन यदि आप MCA नहीं भी हैं, फिर भी आपको अपना काम अचछी तरह से आता है। यानी आप Programming करना जानते हैं, तो आपको किसी भी ऐसी कम्‍पनी में जॉब मिल सकती है, जिसमें अच्‍छे Employee की Requirement हो।

      साथ ही आपको कैसी जॉब मिलेगी और कहां पर मिलेगी, ये बात पूरी तरह से आपके Programming Knowledge और आपकी Location पर निर्भर करेगी। यदि आपको अच्‍छा Programming Knowledge है, लेकिन आप किसी छोटे से शहर में रहते हैं, जहां कोई भी ढंग की कम्‍पनी नहीं है या गिनी चुनी दो चार कम्‍पनियां हैं, तो ऐसे माहौल में आपको कैसी जॉब मिल सकती है, इसका अन्‍दाजा आप स्‍वयं ही लगा सकते हैं।

      इसलिए मेरी आपके लिए सलाह ये है कि आप कम से कम MCA करें और MCA करने के दौरान ही PHP या ASP.NET with C# को अच्‍छी तरह से सीखिए। भले ही ये Subjects आपके Syllabus में हों या न हों। वैसे भी ज्‍यादातर Universities के Syllabus अभी भी 10 साल पुराने हैं, जिनमें पढाए जाने वाले Subjects वर्तमान समय में किसी भी तरह के Professional Development के लिए उपयोगी नहीं हैं।

      इसलिए MCA कीजिए, ताकि आप किसी भी कम्‍पनी में Interview देने की स्थिति प्राप्‍त कर सकें और PHP या .NET में अच्‍छी पकड बनाईये व Professional Development सीखिए, ताकि कम्‍पनी में आपकी जॉब लम्‍बे समय तक सुरक्षित रह सके।

      • Pritesh Gameti says

        Sir app right ho abhi me ne B.E ,I.T complete kiya hai per subject jo mene studies kiye wo subject meto 10 percent bhi practical nahi tha or company ko to practicaly knowledge hi chahiye…..thanks for information Shearing…..Sir…..

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