How Many Types of Schema in Oracle: एक Completed Entity-Relationship Diagram किसी Database के Overall Logical Plan को Represent करता है। Database Management System की भाषा में इस Overall Plan कोSchema कहा जाता है। यही वह तरीका या Design होता है, जिसमें किसी Database को Maintain करने वाले लोग किसी Business System को देखते हैं।
वे Users जो इस Schema पर आधारित Database Application को Use करते हैं और वे Users जो इस Database Schema के आधार पर Application Develop करते हैं, वे दोनों ही इस Design के केवल Logical Schema तक से ही परिचित होते हैं। Data Physically किस प्रकार से Store होते हैं, इस बात की जानकारी इन दोनों को ही नहीं होती है, ना तो इस Logical Schema को ना ही इस Logical Schema को Use करने वाले User को।
Logical Schema की Layer के नीचे Data का Physical Storage होता है, जिसे DBMS Manage करता है। इसे Physical Schema कहा जाता है। Physical Schema को DBMS ही Handle करता है। केवल कोई बहुत ही बडा DBMS हमें ये सुविधा देता है कि हम Physical Schema को Control कर सकें। इस तरीके का सबसे बडा फायदा ये है कि Database Design करने वाले व उसे Use करने वाले, दोनों को ही ये जानने की जरूरत नहीं होती है कि Data Physically किस प्रकार से Store हो रहा है। इस तरीके के कारण Database को Access करना काफी सरल हो जाता है क्योंकि हम बहुत ही आसानी से Logical व Physical Schemas को Change कर सकते हैं।
चूंकि हम एक Database को तीन तरीकों से देख सकते हैं, पहला Logical Schema के रूप में, दूसरा User के रूप में व तीसरा Physical Schema के रूप में, इसलिए आजकल कुछ Database को Three-Schema Architecture भी कहा जाने लगा है। System Programmers व अन्य लोग जो कि Physical Storage को Manage करते हैं, वे वास्तव में Physical Schema के साथ Deal करते हैं। आज हमारे सामने जितने भी DBMS Softwares हैं, वे हमें उस DBMS में Store होने वाले Data के File Structure को Control करने की कोई सुविधा प्रदान नहीं करते हैं।
Database Designers, Database Administrators व कुछ Application Programmers Logical Schema को Use करते हैं। End User Interactively काम करते हैं, यानी पहले से बने हुए Database System को Application के माध्यम से Use करते हैं जबकि Application Programmers Database को User View के आधार पर देखते हैं और End User के लिए Database Applications Create करते हैं।
जब हम एक बार ER Diagram Complete कर लेते हैं, उसके बाद Create होने वाले Conceptual Logical Schema को Use किए जाने वाले DBMS के आधार पर Formal Data Model में Translate करना होता है। आज जितने भी DBMS Softwares Available हैं, वे सभी Relational Data Model पर आधारित हैं। Relational Database एक एसा Database होता है, जिसका Logical Structure Relations के एक Collections के अलावा कुछ नहीं होता है। (How Many Types of Schema in Oracle)
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Oracle 8i/9i SQL/PLSQL in Hindi | Page: 587 | Format: PDF