Frameworks ऐसे Software Packages होते हैं, जो बडी ही आसानी से विभिन्न प्रकार की Back End जरूरतों को Internally पूरा कर देते हैं, जिनको Develop करने के लिए हमें अलग से Designers Hire करने की जरूरत नहीं पडती। यानी एक Front End Designer बडी ही आसानी से इन Frameworks का प्रयोग करके Backend Requirements को Fulfill कर सकता है।
Frameworks दो प्रकार के होते हैं। पहला Content Management System कहलाता है जबकि दूसरा Application Management System कहलाता है। Content Management System के रूप में WordPress, Drupal, Joomla को ज्यादा उपयोग में लिया जाता है, जबकि Application Management Framework के रूप में Symphony, CodeIgnitor, CakePHP आदि को Use किया जाता है।
Server Side Back End Developer Requirement को तो एक Front End Designer विभिन्न प्रकार के Frameworks का प्रयोग करके पूरा कर सकता है, लेकिन Front End Designer के लिए तो फिर भी कई Technologies को सीखना जरूरी होगा। यदि आप ऐसा सोंच रहे हैं, तो आप गलत सोंच रहे हैं।
जिस तरह से Server Side जरूरतों को पूरा करने के लिए Frameworks हैं, उसी तरह से Client Side जरूरतों को पूरा करने के लिए भी Frameworks हैं। Client Side में मूल रूप से HTML व CSS ऐसी Technologies हैं, जो सभी Front End Designers को सीखनी ही चाहिए, अन्यथा वे Front End को ठीक से Control नहीं कर सकते। लेकिन जब बात JavaScript की आती है, तब JavaScript के कई Frameworks हैं, जिनका प्रयोग JavaScript के स्थान पर किया जा सकता है।
jQuery, MooTools, Dojo, YUI, Prototypes आदि विभिन्न प्रकार के JavaScript Frameworks के उदाहरण हैं, जिनमें से jQuery मुझे Personally बहुत पसन्द है क्योंकि इसे सीखना व Use करना बाकी सभी अन्य Frameworks की तुलना में आसान है। यदि आप CSS जानते हैं, तो समझ लीजिए कि आप बहुत ही आसानी से jQuery को उपयोग में ले सकते हैं और बहुत ज्यादा तेजी से अपनी Web Site की Interactivity व Validation Related जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
जब आप इन में से किसी Framework को Use करते हैं, तब भी यदि आप अन्य Technologies को ठीक से समझने के लिए सीखते हैं, तो अच्छा है लेकिन जरूरी नहीं है। उदाहरण के लिए यदि आप केवल jQuery को ठीक से समझ लेते हैं, तो आप आसानी से AJAX संबंधित Dynamic जरूरतों को 4 – 5 Line के Code द्वारा पूरा कर सकते हैं। आपको इसके लिए अलग से JavaScript व XML सीखने की जरूरत नहीं है।
XML, JSON, Regular Expression आदि को jQuery या अन्य Frameworks स्वयं Internally Handle करता है, इसलिए इन Technologies को ज्यादा गहराई से समझने की जरूरत नहीं रह जाती। Pure JavaScript की जरूरत लगभग समाप्त ही हो जाती है, जबकि इन Frameworks का प्रयोग करके आप Flash जैसा Animation भी प्राप्त कर सकते हैं।
जहां तक Graphics Designer की बात है, तो Internet पर हजारों ऐसी Web Sites हैं, जो Free Web Site Templates Provide करती हैं। किसी भी अच्छे से Template को Download करके बडी ही आसानी से अपनी जरूरत के अनुसार उसे Modify किया जा सकता है। इसलिए यदि Graphics Designer के नजरिए से देखें, तो हमें अलग से किसी Graphics Designer की भी जरूरत Compulsory रूप से नहीं है।
यानी यदि अब हम ये जानना चाहें कि हमें कुल कितनी तकनीकों को एक Web Site बनाने के लिए जरूरी रूप से सीखना होगा, तो ये स्पेज अब काफी छोटी हो सकती है और ये List निम्नानुसार हैः
- HTML (Hyper Text Markup Language)
- CSS (Cascading Style Sheets)
- JavaScript Frameworks like jQuery, MooTools, Dojo, YUI, Prototypes, etc…
- Server Side Framework like Symphony, WordPress, MODx, CodeIgnitor, etc…
- PHP/Perl or ASP.NET (VB or C# or Both)
- MS-Visual Studio, Eclipse, NetBeans, DreamWeaver IDE
उपरोक्त List को देखें तो ये List अब पहले की तुलना में आधी हो चुकी है। परिणामस्वरूप विभिन्न प्रकार के Professional Developers की जरूरत भी लगभग समाप्त हो चुकी है।
हालांकि Frameworks का प्रयोग करके हम बडी ही आसानी से कम समय में ज्यादा Development कर सकते हैं, लेकिन फिर भी JavaScript व PHP को जरूर अच्छी तरह से सीखना चाहिए। क्योंकि सभी Front Side Frameworks पूरी तरह से JavaScript पर आधारित होते हैं जबकि Linux Based लगभग ज्यादातर Back End Frameworks PHP Based होते हैं।
Window Based Web Server के लिए हमें VB.Net या C#.Net को सीखना जरूरी होता है, क्योंकि Windows Based Frameworks हालांकि बहुत कम हैं, लेकिन जो भी हैं वे पूरी तरह से इन्हीं दोनों Languages पर आधारित हैं।
JavaScript को ठीक से समझा तो किसी भी Framework को बडी ही आसानी से उपयोग में लेना सीख सकते हैं जबकि PHP को समझ कर बडी ही आसानी से किसी भी Server Side Framework को तेज गति से सीख सकते हैं।
इन दोनों Languages को अच्छी तरह से सीखना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि अलग-अलग Companies में अलग-अलग तरह की जरूरतों को पूरा करने के लिए Frameworks Use करने पडते हैं, जिनका Decision, Company Owner Project की जरूरत के आधार पर लेता है। इस स्थिति में किसी एक या दो Framework को सीख कर Company में Long Term Job की उम्मीद नहीं की जा सकती।
लेकिन यदि सभी Frameworks के आधार को सीख लिया जाए, तो Long Term Job की Guarantee होती है, क्योंकि उस स्थिति में हम बडी ही आसानी और बहुत ही तेज गति से उन Root Languages पर आधारित किसी भी Framework को सीख सकते हैं।
तो अब यदि हम मूल रूप से ये जानना चाहें कि किन Technologies को Compulsory रूप से सीखना जरूरी है, तो वे Technologies निम्नानुसार होंगीः
- HTML (Hyper Text Markup Language)
- CSS (Cascading Style Sheets)
- JavaScript and Framework like jQuery
- PHP or ASP.NET with (VB or C# or Both)
इस List में हमने किसी IDE को Specify नहीं किया है क्योंकि जब हम किसी भी Language में Coding करना सीखते हैं, तब इनमें से किसी भी IDE में काम करना शुरू कर सकते हैं और ये IDE Automatically धीरे-धीरे समझ में आ जाते हैं। यानी इन्हें अलग से सीखने की जरूरत नहीं होती, इसलिए हमने इन्हें हमारी List से हटा दिया है।
इस तरह से आपको मूलतः उपरोक्त 4 Technologies को ठीक से सीखना होता है, ताकि आप एक Web Developer बन सकें और जैसाकि आप जानते हैं कि हम इस पुस्तक में PHP सीखने वाले हैं क्योंकि इस पुस्तक को आपने PHP सीखने के लिए ही खरीदा है। हालांकि PHP पूरी तरह से HTML और मूल रूप से HTML के Forms से संबंधित है। इसलिए इस पुस्तक को ठीक से समझने के लिए आपको HTML का और विशेष रूप से HTML के Forms Part का अच्छा ज्ञान होना जरूरी है।
चूंकि JavaScript AJAX तकनीक का प्रयोग करते हुए PHP Pages की भी Request कर सकता है, इसलिए यदि आपको JavaScript का भी अच्छा ज्ञान हो, तो PHP को JavaScript की AJAX तकनीक के साथ Use करते हुए आप और भी बेहतर व ज्यादा Interactive Web Site बना सकते हैं, लेकिन JavaScript का ज्ञान होना Compulsory नहीं है।
ये Article इस वेबसाईट पर Selling हेतु उपलब्ध EBook PHP in Hindi से लिया गया है। इसलिए यदि ये Article आपके लिए उपयोगी रहा, तो निश्चित रूप से ये पुस्तक भी आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी।
PHP in Hindi | Page: 647 | Format: PDF