What is Linked List in Data Structure: Data के एक Linear Collection को हम सामान्य जीवन में List कहते हैं। किसी भी List में एक या एक से अधिक Data Items होते हैं। हम हमारी आवश्यकतानुसार नए Item List में Add करते हैं और किसी Item को List से Delete करते हैं या किसी Item को Modify करते हैं।
उदाहरण के लिए मानलो कि हमें कुछ सामान खरीदने के लिए एक List बनाते हैं जिनमें निम्न Items हैं जो हमें खरीदने हैं-
Pen
Floppy
CD Bag
Walkman
CD Player
Speaker Set
यदि हम चाहें तो इसमें कुछ और Items भी Add कर सकते हैं जिन्हें हम खरीदना चाहते हैं। निम्न List को देखिए जिसमें तीन नए Items Add किए गए हैं-
Pen
Floppy
CD Bag
Home Theater
Walkman
CD Player
Color TV
Speaker Set
Diary
आप देख सकते हैं कि इस List में हमने तीन नए Items Add किए हैं। मानलो कि हमें इस List में से लिखे गए Item CD Player को Change करके DVD Player लेना चाहते हैं तो हमारी इस List को हमें Modify करना होगा। यदि हम इस List को Modify करते हैं तो List निम्नानुसार हो जाती है-
Pen
Floppy
CD Bag
Home Theater
Walkman
DVD Player
Color TV
Speaker Set
Diary
किसी List में Organized Data को Store व Process करना Data Processing कहलाता है। Data को Computer Memory में Store करने का एक तरीका Array है। जिस तरह से हम एक Array Linear तरीके से विभिन्न Data Items जो कि आपस में Related होते हैं, Store करते हैं, उसी तरह से Data Items को Memory में Physically Related रूप में Store कर सकते हैं।
किसी Array में हर Data Item अगले Index Number पर Store होता है। यानी Data Items Physically भी Memory में Related होते हैं। लेकिन Array की कुछ कमियां हैं।
- किसी Array में यदि किसी Data Item को Delete करना हो या कोई Data Item Insert करना हो, तो Array के लगभग सभी Data Items को Left या Right में Shift करना पडता है। ये किसी भी Array Data Structure की पहली कमी है।
- किसी Array में हमें जितने Data Items Insert करने होते हैं हमें Array की उतनी Size को पहले ही Define करना पडता है। ऐसे में यदि हमें आवश्यकतानुसार अधिक Data Insert करने हों तो हम Array की Size को बढा नहीं सकते हैं। यानी Array में Store किए जाने वाले Data Permanent होते हैं, इसलिए Array को Static Data Structure या Permanent Data Structure या Dense List कहते हैं। ये Array की दूसरी कमी है।
Related Data Items की किसी List को Memory में Store करने का एक दूसरा तरीका और है जिसे Linked List कहते हैं। Linked List में हर Data Items के साथ अगले Data Item का Link होता है। यानी हर अगले Data Item का Address या Pointer पिछले Data Item के साथ होता है। हालांकि Linked List भी एक Linear Data Structure है, लेकिन Linked List के Data Items क्रमागत Memory Location पर Store नहीं होते हैं। इसलिए किसी List Item को Add या Delete करना सरल होता है।
इस Data Structure में हर Data Item अपने अगले Data Item को Point करता है। यानी हर अगले Data Item का Pointer या Link या Address पिछले Data Item में होता है। इसलिए सभी Data Items आपस में Linked होते हैं। इस तरह के Data Structure को Linked List कहा जाता है। इस Data Structure की अपनी कुछ विशेषताएं और कमियां हैं।
Linked List एक One – Way List होती है, जो कि Data Items का Linear Collection कहा जाता है। Linked List के विभिन्न Data Items को Node कहा जाता है।
किसी Linked List में हमेंशा दो भाग होते हैं। पहले भाग को Information Part कहा जाता है और दूसरे Part को Pointer Part या Link Part कहा जाता है।Information Part में हम विभिन्न Data Items के एक Records को Store कर सकते हैं जबकि Linked Part में हमेंशा एक Pointer होता है, जिसमें अगले Record का Address या Pointer Variable होता है। इस Pointer Variable को START कहा जाता है। जहां पर List Item का अन्त होता है उस Last Link Field में NULL होता है। जब किसी List में कोई Node नहीं होता है तो उसे NULL List या Empty List कहते हैं और इस स्थिति में START में NULL होता है।
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Data Structure and Algorithms in Hindi | Page: 433 | Format: PDF