What is Table in Database Management System: एक Relational Database दो तरह के Tables के साथ प्रक्रिया करता है, जिन्हें Base Table व Relation कहते हैं। ये दोनों ही Database में Store होते हैं। ये ही वे Tables होते हैं, जो हमारे Database का Conceptual Logical Schema बनाते हैं।
इसके अलावा Tables पर जिन Relational Operations को Perform किया जाता है, उनके परिणामस्वरूप कुछ Additional Tables Produce होते हैं। ये Tables सिर्फ RAM या Main Memory में Exist होकर अपना काम पूरा करते हैं और फिर Destroy हो जाते हैं, इसलिए इन्हें Virtual Tables कहा जाता है। Virtual Tables एक Legal Relation नहीं होते हैं, क्योंकि इनमें Primary Keys को Define नहीं किया जा सकता है। लेकिन चूंकि Virtual Tables Database में Store नहीं होते हैं, इसलिए ये Database Design में किसी तरह की कोई समस्या पैदा नहीं करते हैं।Virtual Tables DBMS को कई तरीकों से फायदा पहुंचाते हैं।
- सबसे पहले तो ये Tables DBMS को Application की Processing के दौरान Generate होने वाले Intermediate Query Result को Database में Store करने के बजाय इन Virtual Tables में Store करके Main Memory में Store करने की सुविधा देते हैं, जिससे Query की Performance अच्छी हो जाती है, क्योंकि Main Memory की Speed हमेंशा ही Disk की Speed से ज्यादा होती है।
- DBMS का दूसरा फायदा ये होता है कि जो Tables Relational Data Model के Rules को Violate करते हैं, DBMS उन्हें Virtual Tables के रूप में Main Memory में Store करके Manage करता है, जिससे Actual Database में Stored Data की सुरक्षा को किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं रहता। तीसरा और
- अन्तिम फायदा ये होता है कि DBMS द्वारा Virtual Tables के प्रयोग के कारण बार-बार Disk पर Write/Read/Delete Operations को Perform नहीं करना पडता है, जिससे Disk पर Data Fragments या कई टुकडों में Store नहीं होता है। इससे समय की भी बचत होती है और Database का Performance भी अच्छा हो जाता है। Virtual Tables को सामान्यतया Temporary Tables या Temporary Base Tables भी कहा जाता है।
किसी Relation को Represent करते समय उसमें Data को Store नहीं किया जाता है। इस स्थिति में किसी Relation को Represent करने का एक Common तरीका निम्नानुसार होता हैः
RelationName ( PKeyColumn, NonPKeyColumn1, . . . , NonPKeyColumnN)
उदाहरण के लिए यदि हम किसी Customer Relation को Represent करना चाहें, तो निम्नानुसार कर सकते हैं:
Customers (CustID, FName, LName, Phone)
इसी तरह से यदि हम किसी Student के Relation को Represent करना चाहें, तो उसे भी निम्नानुसार Represent कर सकते हैं:
Students (SrNo, Name, FName, Add, City, State, DOB, DOJ)
ये दोनों Expressions किसी Relation के Structure को Represent करने के Ideal Expressions हैं, जिनमें कोई Data नहीं है। यदि किसी Relation में Data Included हों, तो एसा Relation वह Expression उस Relation का एक Instance होता है। (What is Table in Database Management System)
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Oracle 8i/9i SQL/PLSQL in Hindi | Page: 587 | Format: PDF